रज्जाक ने पहले भी कहा था कि वीरेंद्र सहवाग पाकिस्तानी खिलाड़ियों में सबसे खतरनाक बल्लेबाज था, जबकि तेंदुलकर दूसरा था. पाकिस्तान ने हमेशा सहवाग और सचिन के लिए तैयारी की थी.
बीते कुछ वर्षों में भारतीय टीम ने अद्भुत बल्लेबाजी की है और कई रिकॉर्ड बनाए हैं, लेकिन कोई भी महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर की तरह बल्लेबाजी नहीं कर सका है. अपने 24 साल के करियर में सचिन ने बल्लेबाजी से दुनिया भर का दिल जीता है और कई रिकॉर्ड बनाए हैं. लेकिन अब्दुल रज्जाक ने सचिन को बहुत परेशान किया था. संन्यास के बाद भी सचिन ने कहा था कि जब भी वह रज्जाक के सामने बल्लेबाजी करते थे, उन्हें मुश्किल होती थी.
अब्दुल रज्जाक ने इस प्रशंसा के लिए सचिन को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह सचिन का विनम्र व्यवहार था कि उन्होंने महान गेंदबाजों की सूची में उनका नाम लिया.
“सबसे पहले तो सचिन हमेशा से ही एक उच्चतम स्तर के बल्लेबाज थे और रहेंगे,” रज्जाक ने कहा. हालाँकि, उनके व्यक्तित्व और उनके प्रशंसकों को देखते हुए, मुझे खेलने में उन्हें सबसे ज्यादा तकलीफ होती थी. मैंने कभी नहीं समझा कि सचिन मेरा नाम क्यों लेता था; वह किसी का भी नाम ले सकता था, जैसे ग्लेन मैग्रा, वसीम अकरम, वकार यूनिस, डीन अंब्रोस या कर्टनी वाल्श, मुरलीधरन या शेन वार्न. यही कारण है कि उन्हें ऐसा करने की आवश्यकता नहीं है. यह उनकी श्रेष्ठता है. मैंने पहले भी कहा है कि जो शब्द वे मेरे लिए कहते हैं, वह उनके स्वभाव से निकलता है. वीरेंद्र सहवाग भी मेरी बात से सहमत होंगे, क्योंकि उन्होंने ऐसा कई बार कहा है.”
सहवाग को सबसे खतरनाक बल्लेबाज मानते थे पाकिस्तानी खिलाड़ी
रज्जाक ने पहले भी कहा था कि वीरेंद्र सहवाग पाकिस्तान में सबसे खतरनाक बल्लेबाज था, जबकि तेंदुलकर दूसरा था. रज्जाक ने कहा कि वीरेंद्र सहवाग सबसे अच्छे बल्लेबाज थे, उसके बाद सचिन आगे आए. पाकिस्तान ने हमेशा सहवाग और सचिन के लिए तैयारी की थी. हमने सोचा था कि अगर हम इन दोनों का विकेट लेते हैं तो मैच जीत लेंगे. गेंदबाजी में, हमारे बल्लेबाज जहीर खान, इरफान पठान और हरभजन सिंह के लिए योजना बनाते थे. कुछ महान नामों ने बड़े मैचों में अपनी टीम के लिए खेले.
रज्जाक के खिलाफ सचिन का रिकॉर्ड
सचिन तेंदुलकर ने अब्दुल रज्जाक के खिलाफ 18 पारियों में बल्लेबाजी की. उसने रज्जा की 305 गेंदों में 236 रन बनाए. उनका स्ट्राइक रेट 77.37 और औसत 33.71 था. रज्जाक ने सचिन को भी सात बार विकेट दिलाया. मुख्य बात यह रही कि सचिन ने उनके खिलाफ कभी छक्का नहीं लगाया था. लेकिन उन्होंने ३० चौके जरूर लगाए. सचिन ने 236 में से 96 रन विकेटों के बीच भागकर बनाए.